बिहार : समस्तीपुर में व्यवसायी ने कहा यहां मुर्गा नही अंडा मिलता है , सुनते ही अपराधियो ने दाग दी गोलियां, इलाज के क्रम में व्यवसायी की मौत

Spread the love

बिहार में महागठबंधन की सरकार है लेकिन अपराधियो का मनोबल इतना सिर चढ़कर बोल रहा है कि वह बात बात पर गोलीबारी की वारदात को अंजाम देने से परहेज नही करता है । ताजा मामला बिहार के समस्तीपुर से सामने आया है ।

समस्तीपुर में एक बार फिर धाय धाय की आवाज सुनकर अचानक लोगो मे भय व दहशत का माहौल कायम हो गया । वावजूद भयभीत व सहमे लोगो ने उस तरफ दौड़ना शुरू कर दिया जिधर से गोली चलने की आवाज सुनाई दी । चंद कदमो के बाद लोगो ने देखा कि खून से लथपथ एक स्थानीय व्यवसायी घायलावस्था में छटपटा रहा है । जिसके बाद आनन फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया । जहां पर इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई ।

यह वारदात समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय थाना इलाके के मधेपुर गांव में बुधवार की रात देर शाम घटित हुई । यहां पर बुधवार की देर शाम पॉल्ट्री फार्म व्यवसायी को अज्ञात अपराधियो ने तब गोली मार दी जब वह व्यवसायी से दो किलोग्राम मुर्गा मांगा था । व्यवसायी ने जैसे कहा कि यहां मुर्गा नही अंडा मिलता है ,बस इतना ही सुनते ही अपराधियो ने गोली मार दी । वारदात के बाद दो बाइक पर सवार 04 अपराधियो ने हथियार प्रदर्शन करते हुए मौके से नौ दो ग्यारह होने में कामयाब हो गया ।

घटना के बाद स्थानीय लोग घायल व्यवसायी को अस्पताल लेकर पहुंचे जहां पर इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई । मृतक की पहचान पॉल्ट्री फार्म व्यवसायी 55 वर्षीय प्रेम कुमार सिंह के रूप में की गई है । वही घटना से गुस्साए लोगों ने शव के साथ राष्ट्रीय राज्यमार्ग संख्या – 28 को कुछ समय के लिए जाम कर दिया । यातायात परिचालन ठप होने की वजह से सड़क के दोनो तरफ वाहनों की लंबी कतारें खड़ी हो गई ।

वही हत्या के बाद एनएच जाम की सूचना पर दलसिंहसराय के प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक कुमार ब्रजेश दलबल के साथ मौके पर पहुंचे तथा गुस्साए लोगों से वार्ता कर समुचित कार्रवाई की भरोसा दिलाया । वही स्थानीय लोगो ने प्रभारी पुलिस उपाधीक्षक व उनकी टीम पर कार्रवाई का भरोसा जताते हुए जाम हटा लिया ।
वही इस मामले को लेकर पुलिस उपाधीक्षक कुमार ब्रजेश ने कहा कि समूचे मामले पर पैनी नजर है । पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है । जल्द ही बदमाशो की पहचान कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाएगा ।

Please follow and like us: