खबर एक्सप्रेस बिहार न्यूज24 , बिहार डेस्क ; स्वास्थ्य विभाग के वरीय पदाधिकारी भले ही सूबे की बेपटरी हुई स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश में जुटे है लेकिन उनके ही अधीनस्थ पदस्थापित पदाधिकारी और कर्मचारी उनके मंसूबो पर पानी फेरने की कोशिश में जुटे है . विभाग के वरीय पदाधिकारियों की नसीहत व चेतावनी का भी कोई खास असर लापरवाह पदाधिकारियों व कर्मचारियों पर पड़ता नजर नही आ रहा है.
ताजा मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से सामने आया है . यहाँ पर स्वास्थ्य विभाग के अधीन पदस्थापित एसीएमओ डॉ. चंद्रशेखर शनिवार की सुबह अचानक मुशहरी प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे तथा स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल जाना . इस क्रम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और अस्पताल प्रबन्धक ड्यूटी से गायब थे . वही एसीएमओ के सीएचसी पहुँचने की सुचना मिलने के बाद दोनों करीब ग्यारह बजे अस्पताल पहुंचे . वही निरिक्षण के दौरान उपस्थिति पंजी का भी एसीएमओ ने अवलोकन किया. जिसमे डॉ. पूजा लवली 10.40 बजे तथा डॉ. प्रीटी शिल्पा दोपहर 12 बजे अस्पताल पहुंची . इस तरह चिकित्सको के विलम्ब से पहुँचने के वजह से ससमय मरीजो का उपचार शुरू नही हुआ . वही कई मरीजो के वापस लौटने की खबर है.
इस अव्यवस्था पर एसीएमओ ने न सिर्फ नाराजगी जतायी है बल्कि उच्चाधिकारियों को इस आशय का रिपोर्ट भेजने की भी बाते कही है. वही इस मामले को लेकर सिविल सर्जन डॉ.अजय कुमार ने कहा है कि निरिक्षण रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजी जाएगी. वही अग्रेतर की कार्रवाई रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी. आगे सिविल सर्जन ने यह भी बताया कि यहाँ के लचर व्यवस्था की शिकायत पहले भी मिली थी . बीते दिनों शिकायत मिलने पर सिविल सर्जन खुद अस्पताल पहुंचे थे . उस वक्त भी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और अस्पताल प्रबंधक अपने कर्तव्यस्थल से गायब थे.