भारत सरकार के अपर सचिव सह केंद्रीय प्रभारी ने की समीक्षा बैठक, मुशहरी प्रखंड ने 104% पंजीकरण का लक्ष्य प्राप्त किया जो उत्कृष्ट प्रदर्शन का है प्रतीक

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मुजफ्फरपुर : आकांक्षी जिला कार्यक्रम और संपूर्णता अभियान (जुलाई-सितंबर 2024) के तहत प्रगति की समीक्षात्मक बैठक भारत सरकार के अपर सचिव एवं केंद्रीय प्रभारी सुनील कुमार की अध्यक्षता में जिला अतिथि गृह में आयोजित की गई। इस दौरान स्वास्थ्य, शिक्षा, पोषण, कृषि, बुनियादी ढांचे और वित्तीय समावेशन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में हुई प्रगति और भविष्य की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस संबंध में उप विकास आयुक्त ने जिला की जिला का लक्ष्य, प्राप्त उपलब्धि, संचालित कार्य एवं भावी प्लानिंग के बारे में विस्तृत रूप से अपर सचिव को अवगत कराया। अपर सचिव ने सभी अधिकारियों को नववर्ष की बधाई देते हुए जिले में संचालित कार्य एवं उपलब्धि की सराहना की तथा जिला में बृहत आकार के पुस्तकालय की स्थापना करने की आवश्यकता पर बल दिया।

स्वास्थ्य क्षेत्र की उपलब्धियां

स्वास्थ्य और पोषण के क्षेत्र में पंचायत स्तर पर प्रसवपूर्व देखभाल, कुपोषण उन्मूलन, और संस्थागत प्रसव जैसे प्रमुख मुद्दों पर सघन प्रयास किये गये हैं। इसके लिए सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर पंचायत प्रतिनिधियों एवं कर्मियों को प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर उनके ज्ञान और कौशल को बढ़ाया गया है ।इसका उद्देश्य पंचायत प्रतिनिधियों को सशक्त बनाना है, ताकि वे अपने पंचायत में सभी सूचकांकों पर प्रभावी कार्य कर सकें और नियमित रूप से प्रगति की समीक्षा कर सकें।

प्रसवपूर्व देखभाल

जिले में पहली तिमाही के दौरान 76% गर्भवती महिलाओं ने प्रसवपूर्व देखभाल (ANC) के लिए पंजीकरण कराया।
मुशहरी प्रखंड ने 104% पंजीकरण का लक्ष्य प्राप्त किया, जो उत्कृष्ट प्रदर्शन का प्रतीक है।

कुपोषण उन्मूलन

आगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण मेले और जागरूकता सत्र आयोजित कर 5,000 से अधिक लाभार्थियों को सेवाएं दी गईं।

गैर-संचारी रोग स्क्रीनिंग

30+ आयु वर्ग के 50,000 से अधिक व्यक्तियों की मधुमेह और रक्तचाप की जांच की गई।नियमित शिविरों के माध्यम से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए जागरूकता बढ़ाई गई।
स्वास्थ्य सेवा का सुदृढ़ीकरण,
सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में नियमित स्वास्थ्य जांच और पोषण जागरूकता सत्र आयोजित किए गए।गर्भवती महिलाओं को आयरन और फोलिक एसिड सप्लीमेंट्स प्रदान किए गए।

शिक्षा में उल्लेखनीय प्रगति,”प्रगति पाठशाला” पहल के तहत

16 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय और 16 मध्य विद्यालयों को मॉडल स्कूलों में परिवर्तित किया गया। 16 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में स्मार्ट डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित किये गये हैं।20 मॉडल स्कूलों में कोडिंग कक्षाओं की शुरुआत हुई, जिससे 2,000 से अधिक छात्रों को तकनीकी शिक्षा का लाभ मिला। 10 स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब और 6 स्कूलों में साइंस पार्क की स्थापना की गई।

संपूर्णता अभियान की प्रगति,ग्राम चौपाल और सामुदायिक जागरूकता:

स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के महत्व पर जागरूकता अभियान आयोजित किए गए। विभिन्न विभागों के सहयोग से 6 संकेतकों में संतृप्ति प्राप्त करने का लक्ष्य हासिल किया गया। समीक्षा और निगरानी,पंचायतों में सघन निगरानी और नियमित समीक्षा बैठकें आयोजित की गईं। ब्लॉक स्तर पर डेटा सत्यापन और प्रगति का मूल्यांकन सुनिश्चित किया गया।आगे की रणनीति,स्वास्थ्य क्षेत्र,नियमित एनसीडी कैंप आयोजित कर सेवाओं का विस्तार। पोषण मेले और सामुदायिक कार्यक्रमों के माध्यम से पोषण जागरूकता को बढ़ावा।शिक्षा क्षेत्र,सभी मॉडल स्कूलों में डिजिटल शिक्षा का विस्तार। स्कूल ड्रॉपआउट दर को कम करने के लिए सामुदायिक सहभागिता बढ़ाना।सामूहिक प्रयास,सभी विभागों के बीच समन्वय और सहयोग को मजबूत करना।

पंचायत और ब्लॉक स्तर पर सतत निगरानी और सुदृढ़ क्रियान्वयन। बैठक में जिले के विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति की सराहना की गई। खासतौर पर, प्रसवपूर्व देखभाल और शिक्षा के क्षेत्र में हुए नवाचारों ने मुजफ्फरपुर जिले को राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रेरणा के रूप में स्थापित किया है। यह बैठक आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने का एक और सकारात्मक कदम साबित हुई। बैठक में जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन उप विकास आयुक्त श्रेष्ठ अनुपम सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार जिला योजना पदाधिकारी नवीन कुमार‌ जिला कृषि पदाधिकारी सुधीर कुमार डीपीओ आईसीडीएस ममता वर्मा प्रखंड विकास पदाधिकारी मुसहरी चंदन कुमार सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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