खबर एक्सप्रेस बिहार न्यूज 24, न्यूज डेस्क : पश्चिम बंगाल के कोलकाता में प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के बाद न सिर्फ देश भर के चिकित्सक काफी गुस्से में है बल्कि लोग पश्चिम बंगाल सरकार के सुरक्षा दावों की जमकर आलोचना कर रहे है । इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का ऐसा बयान सामने आया कि एक नया राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है । दरअसल , आरजी कर मेडिकल कॉलेज ~ अस्पताल में प्रदर्शन के दौरान कुछ अज्ञात प्रदर्शनकारियों ने इमरजेंसी वार्ड में घुसकर तोड़फोड़ कर दी । इस तोड़फोड़ को लेकर अंदरखाने से जो खबर सामने आई उसके मुताबिक तृणमूल कांग्रेस के गुंडों का हाथ बताया जा रहा है ।
इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का यह बयान सामने आया है कि इस तोड़फोड़ के लिए वाम दल और राम (भाजपा) को जिम्मेदार है । उन्होंने यह भी उल्लेख किया है कि वाम दल पश्चिम बंगाल में अशांति फैलाने के लिए राम (भाजपा) का साथ दे रहे है । सीएम के इस बयान के बाद सियासत गर्म हो गई है । मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस बयान से नाराज भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने प्रतिक्रिया दी है । केंद्रीय मंत्री ने अपने प्रतिक्रिया में कहा है कि हत्या और दुष्कर्म की घटना को छुपाने के लिए मुख्यमंत्री ऐसा बयान दे रही है ।
सीएम के बयान पर केंद्रीय मंत्री का पलटवार
भारत सरकार के मंत्री सह भारतीय जनता पार्टी के नेता नित्यानंद राय ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि “ममता बनर्जी बिलकुल गलत है , यह सब टीएमसी का षड्यंत्र है । वह इस जघन्य अपराध को छुपाने के लिए ऐसे बयान दे रही है । वही इस मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी प्रतिक्रिया दी है ।”
भाजपा प्रवक्ता का बयान
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा है कि ” सीएम ममता बनर्जी को बंगाल के लोगो ने नकार दिया है । उन्हें मालूम है कि लोग उनके खिलाफ खड़े है । जब महिलाएं सीएम ममता बनर्जी से इस्तीफा मांग रही है तो वह जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है । आगे उन्होंने यह भी कहा कि उनकी राजनीतिक रणनीति में सबसे दुखद तथ्य यह है कि वह केवल एक वोट बैंक की राजनीति बनकर रह गई है । जबकि समूचा देश लगातार पूछ रहा है कि उनके मन में हिंदुओ के लिए नफरत क्यों है ? प्रवक्ता ने आगे यह भी कहा कि आज लोगो को समझ आ रहा है कि ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा को जोड़नेवाली चीज का आधार हिंदू नफरत है ।”
सीएम ममता का भाजपा पर आरोप
सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि भीड़ छात्र आंदोलन से जुड़ी नही थी ,ये सभी भाजपा के लोग है ,जिन्होंने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तोड़फोड़ की । आगे उन्होंने उल्लेख किया कि “आरजी कर अस्पताल में जिन लोगो ने तोड़फोड़ की वे सभी छात्र आंदोलन में शामिल नहीं थे । मैने कई वीडियो में देखा ,मेरे पास तीन वीडियो है और मैं देख सकती हूं कि कुछ लोग राष्ट्र ध्वज लेकर है,वे भाजपा के लोग है ।”
घटना के दौरान संयम बरतने के लिए पुलिस की सराहना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिसकर्मियों के धैर्य की सराहना करते हुए कहा कि “कल पुलिस पर हमला हुआ जिसमे एक उपायुक्त (डीसी) था जो सुरक्षा उद्देश्य के लिए वहां मौजूद था और दो प्रभारी अधिकारी (ओसी) थे , एक घंटे तक वे लापता थे और जब उन्हें ढूंढा गया तो वे बेहोश पाए गए । उनके सिर से खून बह रहा था । मैने पुलिस को सुबह के 03 बजे इसकी जानकारी दी और उन्हें अस्पताल ले जाया गया । मैं उन्हे शुभकामनाएं देना चाहती हूं कि उन्होंने धैर्य नहीं खोया ।”
आगे उन्होंने यह भी कहा कि ” अब यह मामला हमारे हांथ में नही है, यह सीबीआई के पास जा चुका है । इससे हमे कोई दिक्कत नही।” वही प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले को लेकर उन्होंने कहा कि इसकी एक मात्र सजा मृत्युदंड है ।
क्या है घटित घटना
दरिंदगी की यह घटित घटना पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक प्रशिक्षु महिला चिकत्सक के साथ गुरुवार ~ शुक्रवार की रात्रि में दुष्कर्म के बाद हत्या कर देने से जुड़ी है। मृतका मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नाकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा सह प्रशिक्षु चिकित्सक थी । गुरुवार को अपने नैतिक कर्तव्यों के निर्वहन के पश्चात ही करीब 12 बजे रात्रि के बाद अपने सहकर्मियों संग डिनर की और उसके बाद से रहस्यमयी परिस्थितियों में अचानक लापता हो गई।
शुक्रवार को अहले सुबह उस वक्त परिसर में हड़कंप मच गया जब महिला प्रशिक्षु चिकित्सक का शव चौथी मंजिल की समीनार हॉल से अर्धनग्न अवस्था में बरामद हुआ । वही घटनास्थल से मृतका का मोबाइल और लैपटॉप की बरामदगी हुई । प्रारंभिक तौर पर यह बात प्रकाश में आई की प्रशिक्षु महिला चिकित्सक के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना घटित हुई हैं । शरीर के कई जगहों पर जख्म के निशान भी मिले । इस दौरान अंत्यपरीक्षण रिपोर्ट से भी स्पष्ट हो गया हैं कि डॉक्टर के साथ दुष्कर्म किया गया उसके बाद हत्या हत्या की गई । इस घटना के बाद देश भर के चिकित्सक काफी गुस्से में आंदोलन के राह पर है ।