पटना : बिहार की सियासत इनदिनों लगातार चर्चे में है । हाल ही में सीएम नीतीश कुमार की विधानसभा में एक विवादित टिपण्णी को लेकर जुबानी जंग थमा भी नही था कि दूसरी बार फिर से सीएम की टिपण्णी पर सवाल उठाए गए है । बिहार सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सीएम के बयान को सवाल को कटघरे में खड़ा कर फिर से चर्चा के केंद्र में है ।

गुरुवार को बिहार विधानसभा में दिए जा रहे वक्तव्य के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माझी को लेकर कहा था कि “कहता रहता है कि ये भी मुख्यमंत्री थे,अरे क्या मुख्यमंत्री था – ये तो मेरी मूर्खता से मुख्यमंत्री बना ! मीडिया गैलरी की तरफ इशारा करते हुए आप ऊपरवाला भी सुन लो ,आप बिना मतलब रोज इसे पब्लिश करते हो ,कोई सेंस है इसमें।” आगे मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि वह गवर्नर बनना चाहते थे ।

वही मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद सदन से बाहर आकर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार पर जुबानी हमला बोला है ।जुबानी हमले में पूर्व सीएम जितना राम मांझी ने कहा है कि “उनका दिमाग अभी ठीक नही है,ये बहुत संतुलित हो गए है, मर्यादा लांघ रहे है, हम उनसे चार साल बड़े है और राजनीति जीवन मे भी हम उनसे बड़े है , तुम ताम कर बोल रहे है।”

पूर्व सीएम जीतन राम मांझी यही नही रुके और जुबानी हमलों का बौछार जारी रखा । आगे उन्होंने यह भी कहा है कि जहां तक गर्वनर बनने की बात वह कह रहे है । यह मौका वर्ष 2017 में मिला था लेकिन स्वीकार नही किया ।
“हमने वर्ष 2017 में ही गर्वनर पद छोड़ दिया था” : जीतन राम मांझी ,पूर्व सीएम – बिहार ।