खबर एक्सप्रेस बिहार न्यूज24,अररिया (बिहार) : जिला के कुर्साकांटा प्रखंड स्थित जागीर परासी पंचायत में सरकारी योजनाओं के नाम पर व्यापक भ्रष्टाचार और लापरवाही की घटनाएं सामने आई हैं। खासकर छठ घाट, खेल मैदान और बांध योजनाओं में गंभीर अनियमितताएं और गड़बड़ी के आरोप लगाए जा रहे हैं।
छठ घाट: आस्था के साथ खिलवाड़
छठ जैसे महत्वपूर्ण महापर्व के लिए बनाए गए घाट में घटिया निर्माण और मानकों की अनदेखी की गई है। गड्ढों और अधूरी सीढ़ियों के कारण श्रद्धालुओं को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार लाखों रुपये की लागत से बने इस घाट का कार्य आधे-अधूरे तरीके से पूरा किया गया है।

खेल मैदान: कागजों में तैयार
वार्ड नंबर 05 में प्रस्तावित महात्मा गांधी खेल मैदान का हाल भी बेहाल है। समतलीकरण अधूरा है, चारदीवारी टूटी हुई है और मिट्टी भराई के कार्य भी अधूरे पड़े हैं। युवाओं को खेल के लिए जरूरी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, और योजना सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गई है।
बाढ़ नियंत्रण और जलसंरक्षण के लिए स्वीकृत बांध योजनाएं भी भ्रष्टाचार का शिकार हो गई हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कई जगहों पर बांध कागजों में ही बन गए हैं, जबकि ज़मीन पर उनकी कोई सूरत नहीं है। यह योजनाएं केवल कागजों तक सीमित रह गई हैं, जिनसे कोई वास्तविक लाभ नहीं मिल पा रहा है।

DM और CM से उच्चस्तरीय जाँच की माँग
इन घोटालों पर चिंता जताते हुए ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जिलाधिकारी अररिया से पत्राचार किया है। उन्होंने इन योजनाओं की तकनीकी, वित्तीय और भौतिक जाँच की मांग की है ताकि दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
सामाजिक कार्यकर्ता ललित कुमार यादव ने कहा, “DM साहब! एक बार हमारे पंचायत में आइये, ताकि आपको खुद पता चले कि योजनाओं का लाभ ज़मीन पर नहीं पहुंच रहा है। हम मुख्यमंत्री से अपील करते हैं कि एक विशेष निगरानी टीम गठित कर इन योजनाओं की जांच करवाई जाए।”
सवाल: क्या प्रशासन इन शिकायतों पर ध्यान देगा?
अब गंभीर सवाल यह है कि क्या प्रशासन इन आवाज़ों को सुनेगा, या फिर योजनाओं की लूट यूं ही जारी रहेगी?