पश्चिम चंपारण : बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के चनपटिया स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय में पदस्थापित प्रखंड समन्यवयक अभिषेक कुमार राय के साथ धक्का मुक्की ,गाली – गलौज व बदसूलकी किए जाने का गंभीर मामला प्रकाश में आया है ।

जानकारी के मुताबिक बीते 15 जनवरी को राष्ट्रीय पोषण मिशन (आई.सी.डी.एस) चनपटिया के द्वारा टी.एच.आर. दिवस आयोजित किया गया था । इस मौके पर सेविकाओं द्वारा पोषाहार का नियमानुकूल वितरण की जांच के लिए प्रखंड समन्वयक अभिषेक कुमार राय कुंडवा मठिया पंचायत के नोनिया टोला स्थित केंद्र संख्या 96 पर करीब 12 : 40 बजे पर्यवेक्षण करने पहुंचे थे ।

पर्यवेक्षण के क्रम में पाया गया कि सेविका द्वारा टी.एच.आर.वितरण के लिए कोई तैयारी नही की गई थी और सामग्री का भंडारण भी कम पाया गया था । मौके पर मौजूद सेविका नमिता कुमारी से प्रखंड समन्वयक ने पूछताछ कि तो पहले वह कुछ नजराना लेने की पेशकश की तथा प्रखंड समन्वयक द्वारा इंकार करते ही वह अक्रामक रुख अख्तियार करते हुए न सिर्फ सरकारी कार्य मे बाधा उतपन्न करने की कोशिशें की बल्कि अपने पति संतोष को बुलाकर धक्का मुक्की और बदसूलकी करते हुए कई तरह की खुलेआम धमकियां भी दी ।
सेविका के मुताबिक उसके पति को बाल विकास परियोजना पदधिकारी एवं डाटा ऑपरेटर पवन का संरक्षण प्राप्त है । ऐसे में टी.एच.आर. वितरण के बजाए राशि का कुछ हिस्सा उसके पति अधिकारी और ऑपरेटर तक पहुंचाया जाता है तो प्रखंड समन्वयक द्वारा केंद्र पर्यवेक्षण को वह महज मजाक समझती है ।

इस मामले में सेविका और उसके पति द्वारा किए गए अमानवीय व्यवहार से नाराज प्रखंड समंवयक ने जिलाधिकारी,जिला प्रोग्राम पदाधिकारी और प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को उचित माध्यम से शिकायती पत्र भेजा है ।
यहां बताते चले कि इस पहले भी 15 दिसम्बर 23 को जैतिया पंचायत के केंद्र संख्या – 78 पर सेविका सीमा देवी व उसके पति प्रद्युम्न कुमार,लोहारिया पंचायत के केंद्र संख्या – 109 तथा बेतिया डीह पंचायत के केंद्र संख्या -161 पर सेविका व उसके पति द्वारा अमानवीय व्यवहार किया गया था ।
समूचे मामले में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के जानकारी वावजूद कोई कार्रवाई नही किए जाने से एक तरफ जहां भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है तो दूसरी तरफ वास्तविक लाभुकों को सरकारी लाभ से वंचित होना पड़ रहा है ।
अब देखना दिलचस्प यह होगा कि बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के द्वारा संचालित भ्रष्टाचार की गंगोत्री में डुबकी लगाने वाले लोगो के विरुद्ध जिले के जिम्मेदार अधिकारी कब तक अंकुश लगाने में सफलता हांसिल करते है या जारी रहेगा यह सिलसिला यह तो वक्त ही बताएगा । फिलवक्त आसपास के लोगो मे यह चर्चा व्याप्त है ।