बिहार के कैमूर जिला के एक गाँव में पहुंची उत्तर प्रदेश के कैंट थाना पुलिस की टीम ने दबिश डालकर एक आरोपी को हिरासत में लेकर वापस लौट रही थी . इसी बीच रास्ते में आरोपी की मौत संदिग्ध परस्थितियो में हो गई . पुलिस हिरासत में हुई आरोपी की मौत के बाद कैंट थाना की पुलिस टीम ने कैमूर जिलान्तर्गत मोहनिया थाना पुलिस के हवाले से परिजनों को इस बाबत सुचना भेजी है . इस जानकारी के बाद मोहनिया थाना के पुलिस पदाधिकारी ने परिजनों से सम्पर्क स्थापित कर सुचना दी है . वही मौत की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया .मृतक की पहचान कैमूर जिलान्तर्गत शाहपुर थाना क्षेत्र निवासी पंचम पाण्डेय के रूप में की गई है .
समूचे मामले को लेकर मृतक पंचम पाण्डेय के भाई ने मिडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के कैंट थाना पुलिस की टीम हमारे घर करीब दो बजे रात्रि में पहुंची और मेरे भाई को बोला गया कि जाँच में कॉपरेट कीजिए और शाहपुर थाना चलिए . जिसके बाद पुलिसवाले लेकर मेरे भाई को चले गए तथा आज दिन में करीब 12 बजे मोहनिया थाना पुलिस के द्वारा हमें जानकारी मिली है कि आपके भाई ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. इस जानकारी के बाद हमलोग शव का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे है . मृतक के भाई ने कैंट थाना पुलिस की टीम पर संदेह जताते हुए कहा है कि हमारे घर से बनारस करीब साढ़े तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है लेकिन मेरे भाई को पुलिस रात करीब दो बजे ले गई और दिन के `12 बजे तक हमलोगों को यह भी जानकारी नहीं दी गई कि हमारे भाई किस थाना में ले जाया गया और कहाँ रखा गया था.
वही सरकार और स्थानीय प्रशासन से यह भी मांग किया है कि हमें इंसाफ चाहिए क्योकि मेरे भाई आत्महत्या नहीं कर सकते , भला पुलिस हिरासत में कैसे कोई फांसी लगा सकता है.वही मृतक परिवार के महिला सदस्यों ने कैंट थाना पुलिस की टीम पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि मृतक के नाक से रक्तस्राव तथा पीठ पर चोट के निशान देखे गए है . ऐसे में हमारा दावा है कि पुलिस की पिटाई से पंचम पाण्डेय की मौत हुई है तथा हम निष्पक्ष जाँच की मांग करते है , हमें इंसाफ चाहिए.
वही समूचे घटनाक्रम को लेकर मोहनिया के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने मिडिया को दिए जानकारी में बताया है कि उत्तर प्रदेश के कैंट थाना की पुलिस ने मोहनिया थाना अध्यक्ष को दूरभाष पर इस बाबत सुचना दी है कि शाहपुर थाना क्षेत्र के निवासी पंचम पाण्डेय को गिरफ्तार कर बनारस ले जाने के क्रम में मोहनिया से करीब पांच किलोमीटर पूर्व एक ढाबा पर रुकी थी और मृतक के द्वारा बाथरूम जाने की इक्षा जताया गया था . जिसके बाद मृतक को बाथरूम ले जाया गया . वही कुछ समय तक बाथरूम का दरवाजा नहीं खुलने पर पुलिस टीम को शक हुआ तथा शक के आधार पर बाथरूम के निकट से आवाज दिया गया लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर बाथरूम का दरवाजा तोडा गया और देखा गया तो आरोपी मृत पड़ा था और उसके गला में गमछा पडा था . जिसके बाद कैंट थाना पुलिस मृतक को स्थानीय मोहनिया अनुमंडल अस्पताल ले गई , जहाँ पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. वही चिकित्सक द्वारा मृत घोषित किए जाने के बाद इस आशय की सुचना मोहनिया थाना को कैंट थाना पुलिस की तरफ से दी गई .
वही इस आशय की सुचना मिलते ही मोहनिया थाना के कोतवाल ने जिला के सीनियर पुलिस अफसरों को इस बाबत सुचना दी . साथ ही साथ परिजनों को भी सूचित किया . वही जिला के वरीय अधिकारियो के निर्देश पर मामले की न्यायिक स्तर पर जाँच की गई है. मौके पर पहुंची मोहनिया थाना पुलिस के अलावे अनुमंडल पदाधिकारी ने भी मामले की तफ्तीश की है . वही इस मामले की विडियोग्राफी भी कराई गई है. बकौल अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी इस मामले कि जाँच गंभीरता से की जा रही है .फ़िलहाल कैंट थाना के अनुसंधानकर्ता के बयान के आधार पर मोहनिया थाना में यूडी मुकदमा पंजीकृत किया गया है. पुलिस को शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है . पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अग्रेतर की सभी कार्रवाइयाँ पूरी की जाएगी ,.
यहाँ बताते चले कि मृतक के खिलाफ कैंट थाना में एक मामला पंजीकृत है , जिसमे आरोप है कोई व्यक्ति एक नाबालिक का अपहरण कर शादी कर लिया था और उसे भगा ले गया था . उक्त मामले की तफ्तीश के क्रम में मृतक का नाम सामने आने के उत्तर प्रदेश के कैंट थाना में पंजीकृत मामले के अनुसंधानकर्ता ने मृतक को गिरफ्तार कर पूछताछ के वास्ते बनारस ले जा रहे थे . इसी बीच मोहनिया से करीब पांच किलोमीटर पहले एक ढाबा पर रुकने के क्रम में घटना घटित हो गई.