• गोड्डा-देवघर मुख्य मार्ग पर मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया मोड़ के निकट दुर्घटना के बाद मची चीख ~ पुकार ।
खबर एक्सप्रेस बिहार न्यूज24, देवघर ( झारखंड : मंगलवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे श्रद्धालुओं से भरी बस और ट्रक के बीच में जबरदस्त टक्कर हो गई । जिसमें करीब 18 कांवड़ियों की मौत 20 कांवड़ियों के घायल होने की खबर सामने आई है । प्रारंभिक तौर मिली जानकारी के मुताबिक देवघर जिला के गोड्डा-देवघर मुख्य मार्ग पर मोहनपुर थाना क्षेत्र के जमुनिया मोड़ के निकट दुर्घटना हुई है ।
वहीं दुर्घटना की जानकारी मिलते ही मोहनपुर थाना के कोतवाल प्रियरंजन दलबल के साथ मौके पर पहुंचे तथा राहत व बचाव कार्य शुरू किया । सभी घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से मोहनपुर सीएचसी भेजा गया है । वहीं मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ।
बस और ट्रक के बीच टक्कर इतनी जबरदस्त हुई कि बस के परखच्चे उड़ गए । स्थानीय सांसद निशिकांत दुबे ने हादसे पर दुःख जताते हुए कहा है कि मेरे लोकसभा क्षेत्र देवघर में सावन महीना में कावर यात्रा के दौरान बस और ट्रक दुर्घटनाग्रस्त होने की वजह से 18 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है । बाबा बैद्यनाथ उनके परिजनों को दुःख सहन करने के लिए शक्ति प्रदान करे ।
हलांकि इसी बीच झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री का बयान भी सामने आया है । स्वास्थ्य मंत्री ने 18 लोगो की हुई मौत की पुष्टि नहीं कि है । उन्होंने मात्र आधा दर्जन लोगों के मौत होने की पुष्टि की है । स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र में कांवड़ियों से भरी बस की भीषण दुर्घटना हृदयविदारक है ।अब तक 06 श्रद्धालुओं की मृत्यु और 23 श्रद्धालुओं के घायल होने की सूचना है । मैने जिला प्रशासन को त्वरित कार्रवाई हेतु निर्देशित किया हूं । सिविल सर्जन को घायलों के समुचित इलाज और गंभीर मामलों में हायर सेंटर रेफर सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है । ईश्वर दिवगंत आत्माओं को शांति दे ।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जताया दुःख
दुर्घटना को लेकर झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दुःख जताते हुए कहा है कि आज सुबह देवघर के मोहनपुर प्रखंड के जमुनिया चौक के पास बस दुर्घटना में बस सवार श्रद्धालुओं की मृत्यु की अत्यंत दुःखद सूचना मिली है । जिला प्रशासन द्वारा राहत और बचाव कार्य के साथ घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जा रहा है । बाबा बैद्यनाथ, दुर्घटना में मरने वाले श्रद्धालुओं के आत्मा को शांति प्रदान कर परिवारजनों को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे ।
विदित हो कि प्रत्येक वर्ष श्रावण मास में विभिन्न प्रदेश के कोने कोने से श्रद्धालु बिहार के भागलपुर के सुलतानगंज से गंगाजल लेकर देवघर में बाबा बैद्यनाथ को चल चढ़ाने आते है । देवघर को देवताओं का निवास स्थान भी कहा जाता है ।