पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने कटिहार जिले के बरारी प्रखंड और पूर्णिया जिले के रुपौली प्रखंड स्थित बाढ़ राहत शिविर का भी लिया जायजा। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में बाढ़ राहत चिकित्सा शिविर, बाढ़ प्रभावित गर्भवती महिलाओं का आश्रय स्थल, आंगनबाड़ी केंद्र में प्रभावित परिवारों के बच्चों को पढ़ने की सुविधा, कोरोना जांच, वैक्सीनेशन की व्यवस्था, निःशुल्क दवा वितरण केंद्र, पशु आश्रय स्थल एवं सामुदायिक रसोई के प्रबंधन का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों से सामुदायिक रसोई में मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता के संबंध में पूरी जानकारी ली।
कटिहार और पूर्णिया के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के दौरे से पटना लौटने के बाद हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कटिहार और पूर्णिया जिले के कुछ इलाकों का हमने दौरा किया है। पूरे इलाके का हवाई सर्वेक्षण किया और वहां दो जगहों पर लोगों से मिलकर उनसे बात भी की है। वहां जो व्यवस्था की गई है, उसे भी हमने देखा। हम लोगों की बातों को सुनते हैं, उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं। इस बार गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा है, उसी के चलते बहुत जगहों पर नुकसान हुआ है।
पत्रकारों द्वारा राहत पैकेज के संबंध में पूछे गये सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तो बाढ़ प्रभावित लोगों को रहने की व्यवस्था करने के साथ-साथ उनकी मदद की जा रही है। फसल की जो क्षति हुई है या खेती में जो नुकसान हुआ है, उसके लिये भी काम करना है। बाढ़ से हुयी क्षति को लेकर केन्द्र से की जाने वाली माॅग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग तो अपनी तरफ से माॅग करते ही हैं। 2007 से ही हमलोगों ने सारी पाॅलिसी बना दी है, उसको और बेहतर करते हुए हर किसी को सहायता करते हैं। मवेाियों के लिये भी हमलोग व्यवस्था कर रहे हैं। उनके रहने का भी इंतजाम किया गया है, चारे की व्यवस्था की गई है। ये हमलोगों का प्रावधान है।
पंचायत चुनाव की घोषणा पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत चुनाव के बारे में निर्णय हो गया है। केन्द्र सरकार की तरफ से जातीय जनगणना को लेकर पत्र का जवाब मिलने के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके संबंध में खबर मिल जायेगी।