बिहार के मुजफ्फरपुर जिलान्तर्गत कटरा थाना इलाके में बीते दो दिनों पूर्व पांच लोगों की हुई संदिग्ध मौत मामले को लेकर धीरे धीरे जांच का दायरा बढ़ने लगा है । वही इस मामले को लेकर लापरवाही बरतने व कर्तव्यहीनता के आरोप में कटरा थाना प्रभारी सिकंदर को निलंबित कर दिया गया है तथा कटरा के अंचल पुलिस निरीक्षक को वहां से तत्काल हटा दिया गया । पुलिस के सीनियर ऑफिसर के इस कार्रवाई से कनीय पुलिस पदाधिकारियों के बीच हड़कम्प मचा हुआ है ।
विदित हो कि गुरुवार को अचानक दरगाह बराडीह निवासी तीन लोगों की मौत का मामला प्रकाश में आने के बाद जब मामले की भनक मीडियाकर्मियों को लगी तो पहले इस मामले को दबाने की कोशिश कटरा थाना के कोतवाल के द्वारा की गई । लेकिन सूत्रों के हवाले आई इस खबर से पुलिस महकमे में हलचल इतनी तेज हो गई कि देर रात जिला पुलिस बल के वरीय पुलिस कप्तान जयन्त कान्त दलबल के साथ देर रात खुद कटरा इलाक़े के उस गांव में पहुंच गए जहां से मौत की खबर सामने आई थी । हलाकि की गुरुवार की रात सीनियर पुलिस कप्तान ने मीडिया के साथ कोई जानकारी भले ही साझा नही किया लेकिन जांच जारी रखा । अगले दिन शुक्रवार को इलाके के डीएसपी दिन भर आसपास कैम्प करते रहे लेकिन पुलिस की खामोशी मामले की ग्सम्भीरता की ओर इंगित करती रही । इसी बीच दो और लोगो की मौत की खबर सामने आ गई । मौत की खबर सामने आते ही वरीय पुलिस कप्तान ने ततपरता दिखाते हुए एक शव का अंत्यपरीक्षण अपने निर्देशन में करवाया ।
वही शव पोस्टमार्टम होने के बाद गांव भेजा गया । देर शाम पुनः एसएसपी इलाके में पहुंचे तथा मामले की तफ्तीश का दायरा बढ़ाया और अधीनस्थ पुलिस पदाधिकारियों को यथोचित दिशा निर्देश जारी कर वापस जिला मुख्यालय लौट गए । शनिवार को कटरा थानेदार सिकन्दर को निलंबित और सर्किल इंस्पेक्टर मिथिलेश कुमार झा को हटा दिया ।
क्या था मामला
पांच लोगों में पहले दो लोगो की मौत का मामला जब प्रकाश में आया तो स्थानीय सूत्रों ने झमरुआ शराब सेवन से मौत की बात कही थी लेकिन सूत्रों के इस खबर से इतर कनीय पुलिस पदाधिकारी इस बात को मानने के लिए तैयार नही थे तथा इस खबर को फर्जी बता रहे थे । इसी बीच यह भी खबर सामने आई कि स्थानीय मुकेश सिंह बड़े पैमाने पर झमरुआ शराब का कारोबार करता है । इस घटना में मुकेश सिंह के पुत्र सोनल कुमार के मौत की बात सामने आई जिसके शव का आनन फानन में अंतिम संस्कार शहर में ही कर दिए जाने की बाते बताई गई थी । तीनो में किसी शव का पोस्टमार्टम भी नही कराया गया था और परिजन बीमारी की मौत का हवाला देने लगे । पहली दफा जब एसएसपी गांव पहुंचे तो किसी ने भी शराब पीने की बाते नही कही । इसी बीच दो और मौत की सूचना मिली तो एक शव को कब्जे में लेकर अंत्यपरीक्षण करवाने में पुलिस सफल हो पाई।
ग्रामीणों की खामोशी और प्रभारी चिकित्सा प्रभारी के बयान ने बढ़ाया शक
शुक्रवार को दिन भर मीडियाकर्मियों की टीम सच्चाई खंगालने को लेकर इलाके में डटी रही लेकिन थानेदार और इंस्पेक्टर से लेकर इलाके के डीएसपी तक समूचे मामले पर चुप्पी साधे रहे । बाद में मीडियाकर्मियों ने जब कटरा सीएचसी प्रभारी से बातचीत की तो उन्होंने तीन लोगों का इलाज सीएचसी में किए जाने की बातों को स्वीकार किया लेकिन शराब पीने की पुष्टि नही की । प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने पेट दर्द और उल्टी होने की बाते कही । मीडियाकर्मियों ने जब सवाल किया कि एक साथ एक ही गांव के पांच लोगों की मौत हुई है कोई नई बीमारी ने तो दस्तक नही दे दी ?
इस सवाल के जवाब में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि हमे दो मौत की ही खबर है अगर पांच मौत हुई है तो हम मामले की जांच करेंगे ।
वही मीडियाकर्मियों ने सम्बंधित गांव में जाकर लोगो से बातचीत करने की कोशिश की तो ग्रामीणों ने एक स्वर में बीमारी से मौत होने की बाते कही लेकिन पूर्व से बीमार होने के क्रम में इलाज कराने का कोई कागजात दिखाने में असमर्थ रहे । अंततः सीनियर पुलिस कप्तान ने जांच का दायरा बढ़ाया और कार्रवाई कर दी है ।
सीनियर पुलिस कप्तान ने कई टीम गठित की है जो इलाके में छापेमारी कर रही है । सूत्रों का कहना है कि कटरा थाना क्षेत्र के आसपास के गांव में भारी मात्रा में शराब का कारोबार फल फूल रहा है । स्थानीय मुकेश सिंह झमरुआ शराब बनाने का कारोबार लंबे समय से करता आ रहा है लेकिन इलाके की पुलिस उसके गिरेबान पर अब तक हाँथ नही डाल सकी है । मुकेश सिंह द्वारा शराब का कारोबार किए जाने की पुष्टि किसी पुलिस अधिकारी के द्वारा नही की गई है ,इस बात की जानकारी स्थानीय सूत्रों ने दी है ।