हाजीपुर: पूर्व मध्य रेल में दिनांक 26 अक्टूबर से 01 नवंबर, 2021 तक ‘‘सतर्कता जागरूकता सप्ताह‘‘ का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज पूर्व मध्य रेल मुख्यालय में सतर्कता कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया एवं लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।
इसके उपरांत महाप्रबंधक अनुपम शर्मा एवं वरिष्ठ उपमहाप्रबंधक एसके मिश्रा द्वारा रेलकर्मियों के मध्य सतर्कता के प्रति जागरूकता के उद्देश्य से प्रकाशित सतर्कता बुलेटिन ‘‘सतर्कता संदेश‘‘ के 23वें अंक का विमोचन किया गया जिसमें केस अध्ययन, प्रणालीगत सुधार पत्र तथा सतर्कता संबंधी लेखों का संग्रह है।
इस अवसर मुख्य वक्ता के रूप में रेलवे बोर्ड के पूर्व प्रमुख कार्यपालक निदेशक (सतर्कता) सुनील माथुर ने काफी ओजपूर्ण एवं सलीके से ईमानदार जीवन शैली पर सम्बोधन प्रस्तुत किया एवं भ्रष्टाचार के व्यापक कुप्रभावों पर गंभीर चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने केस की त्वारित निपादन हेतु बारीकियों की तकनीकी जानकारी से अवगत कराया। तत्पश्चात्, सभी तरह के जिज्ञासाओं एवं संदेहों को प्रश्नोत्तर के माध्यम से दूर किया गया। इस अवसर पर मुख्यालय के सभी अधिकारी एवं बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।
महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने मुख्य वक्ता सुनील माथुर का धन्यवाद ज्ञापन करते हुआ कहा कि इस वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह का थीम है – ‘‘स्वतंत्र भारत/75: सत्यनिष्ठा से आत्मनिर्भरता‘‘ जो वर्तमान में राष्ट्र की आवश्यकता को सही ढंग से प्रतिबिम्बित करता है। भारतीय रेल कर्मियों की चारित्रिक सत्यनिष्ठा भारत को आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने में सहायक होगी। सतर्कता जागरूकता केे प्रसार से रेल कर्मियों को अपनी आत्मनिष्ठा के प्रति ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने भ्रष्टाचार के दुष्परिणामों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इससे किसी भी संगठन की कार्यकुशलता, उत्पादकता तथा गुणवत्ता में कमी आती है और राजस्व की हानि के साथ-साथ संगठन की छवि भी धूमिल होती है।
इसके पूर्व स्वागत सम्बोधन के दौरान वरिष्ठ उप महाप्रबंधक एवं मुख्य सतर्कता अधिकारी एसके मिश्रा ने जीवन शैली में ईमानदारी पर जोर देते हुए सार्वजनिक जीवन में भ्रश्टाचार को एक सामाजिक बुराई बताया।
इस प्रकार के आयोजन क्षेत्रीय मुख्यालय के अलावा सभी मंडलों एवं कारखानों में आयोजित किये जा रहे हैं।